आंधी ने बर्बाद की बुरहानपुर की केला फसल, मुख्यमंत्री ने राहत का भरोसा दिया

सत्येन्द्र सिंह ठाकुर
सत्येन्द्र सिंह ठाकुर

मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में आई तेज आंधी और बारिश ने किसानों की उम्मीदों को चकनाचूर कर दिया। जिले में केला उत्पादन के लिए प्रसिद्ध बुरहानपुर के कई गांवों में केले के पेड़ उखड़ गए, और खेतों में बिछ गए। रायगांव, नीमगांव, बख्यारी, खामनी, कोब्री जैसे गांवों के 40 से अधिक किसानों को नुकसान हुआ है, जिससे उनकी पूरी फसल बर्बाद हो गई।

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किसानों के आंसू और सरकार की ओर से राहत की उम्मीद

किसान अपनी उजड़ी फसल देखकर परेशान हो गए हैं और कुछ किसानों ने तो अपनी स्थिति पर आंसू बहाए। यह दृश्य बहुत ही दिल दहला देने वाला था क्योंकि किसानों की पूरी मेहनत और उम्मीदें इस बुरे वक्त में ताश के पत्तों की तरह बिखर गईं।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस घटनाक्रम पर चिंता जताते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, “बुरहानपुर जिले के विभिन्न गांवों में आंधी और बारिश से केले की फसल को हुए नुकसान से किसानों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। हमारी सरकार आपके साथ है।”

सर्वे और मुआवजे के आदेश: मुख्यमंत्री का सख्त कदम

मुख्यमंत्री के आदेश पर, जिला प्रशासन ने तुरंत एक सर्वे दल गठित किया है, जिसमें कृषि और उद्यानिकी विभाग के अधिकारी शामिल किए गए हैं। कलेक्टर हर्ष सिंह ने तहसीलदारों और पटवारियों को मैदान में उतार दिया है ताकि नुकसान का सही आकलन किया जा सके। सर्वे रिपोर्ट के बाद, किसानों को उचित मुआवजा देने का वादा किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा, “प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान में हमारी सरकार हमेशा अन्नदाताओं के साथ खड़ी रहती है और उनका हरसंभव सहयोग करती है।”

किसानों को सही मुआवजे की चिंता

किसानों की मुख्य चिंता यह है कि सर्वे पूरा होने के बाद उन्हें सही मुआवजा मिलेगा या नहीं। हालांकि, मुख्यमंत्री के आदेशों के बाद प्रशासन ने राहत देने की प्रक्रिया को तेज कर दिया है, लेकिन किसानों की चिंता अभी भी बरकरार है।

बुरहानपुर: केले का उत्पादन और आर्थिक महत्व

बुरहानपुर जिले में केला उत्पादन कृषि अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा है। यह मध्य प्रदेश के प्रमुख केला उत्पादक जिलों में से एक है। यहां की निर्यात योग्य फसल न केवल राज्य बल्कि देशभर में भी प्रसिद्ध है। ऐसे में इस फसल के बर्बाद होने से ना सिर्फ किसानों को भारी नुकसान हुआ है, बल्कि पूरे जिले की अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ा है।

इस संकटपूर्ण घड़ी में बुरहानपुर के किसान राहत और मुआवजे की उम्मीद लगाए हुए हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशासन किस गति से सर्वे पूरा कर मुआवजे की प्रक्रिया शुरू करता है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने किसानों को भरोसा दिलाया है, और उनका वादा है कि सरकार उनकी मदद करेगी। इस बीच, किसानों को अपने नुकसान की भरपाई और अच्छे दिन की उम्मीद बनी हुई है।

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